मंईयां सम्मान योजना: सत्यापन में देरी से लाभुकों को नहीं मिली फरवरी की राशि, जल्द मिल सकता है बकाया
रांची: झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना के तहत फरवरी की राशि मिलने की तय तारीख 15 फरवरी समाप्त हो गई, लेकिन लाभुकों को अभी तक यह राशि नहीं मिल पाई है। योजना के तहत दिसंबर तक की राशि लाभुकों को दी जा चुकी है, लेकिन जनवरी और फरवरी की राशि अभी बकाया है।

सत्यापन में देरी बनी बाधा
राज्य सरकार ने जिलों को मार्च तक की राशि पहले ही जारी कर दी थी, इसके बावजूद अब तक भुगतान नहीं हो सका है। इसका मुख्य कारण लाभुकों के आवेदन की सत्यापन प्रक्रिया पूरी नहीं होना बताया जा रहा है। समाज कल्याण विभाग ने जनवरी में ही सभी जिलों को सत्यापन पूरा करने का निर्देश दिया था, लेकिन अब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है।
आधार लिंक न होने से 20 लाख लाभुक वंचित
अब तक 40 लाख लाभुकों का बैंक खाता आधार से जोड़ा जा चुका है। इनमें से 37 लाख लाभुकों के बैंक खाते पहले से जुड़े हुए थे, जबकि जनवरी से अब तक तीन लाख और लाभुकों के बैंक खाते आधार से लिंक हुए हैं। हालांकि, अब भी करीब 20 लाख लाभुकों के खाते आधार से लिंक नहीं हो पाए हैं, जिससे वे अभी तक सम्मान राशि पाने से वंचित हैं।
लाभुकों को एकमुश्त मिल सकता है 7500 रुपये
समाज कल्याण विभाग इस दिशा में विचार कर रहा है कि सभी लाभुकों का सत्यापन पूरा होने के बाद जनवरी, फरवरी और मार्च की राशि एक साथ जारी की जाए। इस स्थिति में लाभुकों को 7500 रुपये एकमुश्त मिल सकते हैं। विभाग का मानना है कि यह प्रक्रिया अपनाने से अपात्र लाभुकों को राशि जाने की संभावना खत्म हो जाएगी।
जिलों को भेजा गया रिमाइंडर
समाज कल्याण विभाग ने जिलों को सत्यापन प्रक्रिया जल्द पूरा करने का निर्देश देते हुए रिमाइंडर भी भेजा है। जिलों की ओर से दी गई प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक सत्यापन कार्य अंतिम चरण में है।
अंतिम निर्णय का इंतजार
योजना के संकल्प के अनुसार, दिसंबर के बाद बिना आधार लिंक वाले बैंक खातों में राशि ट्रांसफर नहीं की जा सकती। विभाग ने मार्च तक इस शर्त में छूट देने का प्रस्ताव भी तैयार किया था, लेकिन इस पर अब तक अंतिम निर्णय नहीं हो सका है। यदि यह छूट मिलती है, तो कई और लाभुकों को राहत मिल सकती है।