गर्लफ्रेंड को खुश करने के लिए किया 10वी का पेपर लीक। 6 गिरफ्तार

गिरिडीह: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक बोर्ड) की 10वीं परीक्षा के पेपर लीक मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए मास्टरमाइंड समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी ने अपनी गर्लफ्रेंड को परीक्षा में मदद करने के मकसद से पेपर लीक की साजिश रची थी।

गर्लफ्रेंड को खुश करने के लिए किया पेपर लीक

पुलिस की जांच में सामने आया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक, कमलेश कुमार, की गर्लफ्रेंड इस साल 10वीं बोर्ड की परीक्षा दे रही थी। उसने अपनी गर्लफ्रेंड की मदद करने के लिए अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पेपर लीक करने की योजना बनाई और इसे अंजाम दिया।

गिरिडीह के स्ट्रांग रूम में बनी थी साजिश

पुलिस के मुताबिक, इस साजिश की शुरुआत गिरिडीह के स्ट्रांग रूम में हुई थी। कमलेश और उसके साथियों ने परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक करने के लिए एक ठेकेदार से संपर्क किया, जो परीक्षा के प्रश्न-पत्र को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का कार्य करता था। इसके बाद उन्होंने सील बंद प्रश्न-पत्र के बंडलों की चोरी की और परीक्षा से पहले ही इसे लीक कर दिया।

गुप्त सूचना के आधार पर हुई छापेमारी, मुख्य आरोपी गिरफ्तार

कोडरमा एसपी अनुदीप सिंह ने बताया कि इस मामले को लेकर पुलिस लगातार निगरानी कर रही थी और कई स्थानों पर छापेमारी की जा रही थी। इसी क्रम में पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गिरिडीह नगर थाना क्षेत्र के न्यू-बरगंडा इलाके में एक संदिग्ध युवक मौजूद है। मंगलवार सुबह चार बजे पुलिस ने रोहित कुमार नामक युवक को गिरफ्तार किया, जिसकी निशानदेही पर अन्य आरोपियों को भी पकड़ लिया गया।

पुलिस की सख्ती के बाद खुला मामला

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है और इसमें शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है। इस मामले के खुलासे के बाद झारखंड में परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं।

शिक्षा प्रणाली पर बड़ा सवाल

इस घटना ने परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन अब इस बात की जांच कर रहा है कि प्रश्न-पत्र लीक होने की प्रक्रिया में और कौन-कौन लोग शामिल थे और इसे रोकने के लिए भविष्य में क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से शिक्षा जगत में हलचल मच गई है। अब देखना होगा कि आगे इस मामले में और क्या खुलासे होते हैं और प्रशासन इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।

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