रामगढ़ (झारखंड): झारखंड के रामगढ़ जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। एक बेटे ने अपनी बुजुर्ग मां को घर में कैद कर दिया और खुद महाकुंभ स्नान के लिए चला गया। चार दिन तक भूखी-प्यासी तड़पती वृद्धा को पड़ोसियों ने किसी तरह बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया।
क्या है पूरा मामला?
घटना रामगढ़ जिले के गिद्दी इलाके की बताई जा रही है। 80 वर्षीय कमला देवी अपने बेटे रमेश वर्मा के साथ रहती थीं। पड़ोसियों के मुताबिक, रमेश 15 फरवरी को प्रयागराज महाकुंभ के लिए रवाना हुआ था। जाने से पहले उसने अपनी मां को एक कमरे में बंद कर दिया और बाहर से ताला लगा दिया।

पहले दो दिनों तक किसी को कोई संदेह नहीं हुआ, लेकिन जब लगातार चार दिनों तक कमला देवी की कोई आवाज नहीं आई और घर से बदबू आने लगी, तब पड़ोसियों को शक हुआ। जब दरवाजा तोड़ा गया, तो अंदर का नजारा दिल दहला देने वाला था – कमला देवी भूख-प्यास से बेहाल फर्श पर गिरी पड़ी थीं।
पड़ोसियों ने दिखाई इंसानियत, पुलिस को दी सूचना
कमला देवी को इस हालत में देखकर पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने वृद्धा को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों के अनुसार, वह कुपोषण और डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण) से बेहद कमजोर हो चुकी थीं।
बेटे पर होगी कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि रमेश वर्मा के खिलाफ वरिष्ठ नागरिक संरक्षण अधिनियम और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है और जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
